"अ" अक्षर ऊँ सरू होबाळा गीत

आओ आओ जी ईशु

आओ आओ जी ईशु परमेश्वर का पुत थारी मेहमा म्हें गांवा जी ईशु परमेश्वर का पुत

स्वर्ग लोक म स्वर्ग दुत गावै, धरती प मिनख थारी महिमा करै ईशु परमेश्वर का पुत

जद ईशु थारो आबो होवै, जणा ईशु जी म्हानै याद राखज्यों ईशु परमेश्वर का पुत

थारै तो सागै ईशु म्हानै लेज्याज्यों  स्वर्ग पितारा गुण गांवा जी ईशु परमेश्वर का पुत

 

आओ जी ईशु प्यारा

आओ जी ईशु प्यारा, जोंआ थारी बाट म्हें, आश बधाँओ म्हारी, टूटी जावै आस रे टूटी जावै आस रे

तपता धोरा म जय्यां फिरै हिरणी प्यास म, तड़पू हूँ म बी थारै मिलणै री आस म मिलणै री आस म

नैणा ऊँ ढळकै आँसु रोऊँ दिन-रात म बेरण दुनिया बणावै थारी बात रें बणावै थारी बात रें

मुखडा कि लाली म्हारी काळजे री प्यास हो, थे हो भरोसो म्हारो,थेई म्हारी आस हो थेई म्हारी आस हो

आपा करल्यां मसिहा

आपा करल्यां मसिहा की बातां बित जावैली काळी काळी रातां म्हारै मन म कर्यो थे उजाळो सगळी दुनिया न थे हो पाळो

म्हारो ईशु जी मुरदा जिलावै म्हारो ईशु जी लंगड़ा चलावै म्हारो ईशु जी कोढी बचावै म्हारो ईशु जी पाप मिटावै

म्हारै खातिर थे खुन बहाया खाया कोड़ा अर सुळी उठाया मरकै होग्या तिजै दिन थे जिन्दा पाछो आबा को वादो थे करग्या

रोटी स्वर्ग ऊँ थे हो बरसाओ म्हानै बचन की रोटी खुवाओ पबितर आत्मा को दान थे देओ म्हारै हिवड़ै म थे ही बसो हो

 

आओ जी आओ जी

आओ जी आओ जी आओ जौ पधारो जी

आओ आओ म्हारा ईशु राज म्हारै घर आओ जी, म्हें तो कद ऊँ जोआं थारी बाट म्हारै घर आओ जी

एक ई पाप हो तो मानल्युँ सा म्हें तो करया पाप हजार म्हारै घर आओ जी

यहोवा का ईशु लाडला रे मरियम का ईशु लाडला सारे जग का तारणहार म्हारै घर आओ जी

हाथा म ईशु क किला ठोक्या-२ बाकी पसळी म भालो छेद्या म्हारै घर आओ जी

आखरी नरसिंगो

आखरी नरसिंगो देखो फुँकबाळो ह, थारो म्हारो सबको ईशु बेगो आर्यो ह थे कठै जास्यों र मिनखो थे कठै जास्यों

थारी दौलत थारी शोरत काम ना आवली  अ स चिज़ा प्यारा थारै साथ ना जावली थे कठै जास्यों र लोगो थे कठै जास्यों

लेल्यो ईशु नाम जीवन बच जावलो काया को कळंक थारो कट जावलो ईशु शरण आओ र लोगो ईशु शरण आओ

   

 

बाटो

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